हदीस शरीफ में है हर चीज़ का दिल होता है और कुरान का दिल यासीन शरीफ है I जो शख्स एक बार सूरह यासीन पड़ेगा उसे अल्लाह ताला 10 कुरान शरीफ खत्म करने का सवाब अता फरमाएगा I रसूले खुदा सल्लल्लाहो अलैहि वसल्लम ने फरमाया मरने वाले के पास यासीन शरीफ पढ़ो इसकी बरकत से मरने वाले की रूह आसानी से कब्ज़ की जाती हैI इंतकाल के बाद इसे पढ़कर इसाले सवाब करोगे तो उसके गुनाह बख्श दिए जाएंगे, कब्र पर पढ़ोगे तो बख्श दिया जाएगा I
रेहमते आलम ने फरमाया जो आदमी रात को यासीन शरीफ पढ़ कर सोता है तो सुबह को वह बख्श दिया जाता हैI मुस्तफा जाने रहमत ने फरमाया यासीन शरीफ पढ़ते रहो इसमें 10 बरकते हैं-
भूखा पढ़ेगा तो खुशहाल हो जाएगा
प्यासा पढ़ेगा तो सैराब हो जाएगा
नंगा (फ़क़ीर) पढ़ेगा तो उसे कपड़े मिल जाएंगे
बगैर बीवी वाला पढ़ेगा तो निकाह हो जाएगा
डरा सहमा इंसान पड़ेगा तो खौफ दूर हो जाएगा
कैदी पढ़ेगा तो आज़ाद हो जाएगा
मुसाफिर पढ़ेगा सफर में आसानी होगी
कर्ज़दार पढ़ेगा तो क़र्ज़ अदा हो जाएगा
कोई चीज गुम हो जाए तो पढ़ने पर चीज़ मिल जाएगी
मरने वाले के पास पढ़ने से रूह आसानी से कब्ज़ की जाएगी
यासीन शरीफ पढ़ कर किसी पर दम करने से शैतानी साया या हवा दूर हो जाती हैं I जो आदमी जुम्मा के दिन सूरह यासीन पढ़ेगा खुदा उसकी मुंह मांगी मुराद पूरी फरमाएगा Iजो पाबंदी से रात को सोते वक्त यासीन शरीफ पढ़ता है और उसी हालत में मर जाता है तो अल्लाह की तरफ से उसे शहीद का दर्जा अता किया जाता है I जो आदमी हर जुम्मा को अपने मां-बाप की कब्र पर जाकर यासीन शरीफ पढ़ता है तो उनकी बख्शीश हो जाती है I जो आदमी रोजी में बरकत तरक्की के लिए पढ़ता है तो उसकी रोजी में बरकत हो जाती है I जो मुसीबत के वक्त पढ़ेगा तो उसकी परेशानियां दूर हो जाएगी जो किसी को पढ़कर सुनाएगा उसे 20 हज का सवाब मिलेगा जो सुनेगा उसे 10 दीनार खैरात करने का सवाब मिलेगा I बीमार पढ़ेगा तो तंदुरुस्ती मिलेगी और बेऔलाद पढ़ेगा तो उसे नेक औलाद मिल जाएगी I
अल्लाह हमें दीने इस्लाम पर चलने की तौफीक अता फरमाए आमीन I
Aameen
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