नमाज़ एक इबादत हैं जो हर बालिग मर्द और औरत पर फ़र्ज़ हैं दुनिया व आख़िरत में इसकी बेशुमार बरकते हैं आज की मेडिकल साइंस में नए नए अंदाज़ में इसकी बरकते और फायदे बताये गए हैं जिन्हे समझकर लोग इस्लाम के करीब आ रहे है और जिनके नसीब में इस्लाम की दौलत मुकद्दर हो चुकी है। वह इस नेअमत को हासिल कर लेते हैं एक मशहूर लेखक ने अपनी किताब Phenomena of Spiritualism में लिखा हैं की लालच, झूठ ,जलन,बदला लेने की भावना ऐसी बहुत सी ख़राब बातें हैं जिनसे बहुत सारी बीमारियां पैदा हो जाती हैं यह सारे गैर अख़लाक़ी काम नमाज़ की बरकत से दूर हो जाते हैं।
मशहूर लेखक Vice admiral William Usborne Moore ने अपनी किताब The Voices में कहा हैं की अगर रूहानी मुकाम हासिल करना चाहते हो तो नमाज़ पढ़ो।
जब इमाम तिलावत करता हैं और मुक्तदी ध्यान के साथ सुनते हैं तो पढ़ने और सुनने वालो के बीच एक खास तरह की लहर पैदा हो जाती हैं और ये लहरें दोनों के बीच नूर पैदा करती हैं इमाम के द्वारा बोले गए क़ुरान के हर लफ्ज़ की बरकत से मुक्तादियो की बहुत सी रूहानी बीमारियों का खात्मा हो जाता हैं नमाज़ में तिलावत की लहरें ब्लड कैंसर का भी खात्मा करती है।
औरतो के लिए हुक्म हैं की वह सज्दे में कुहनियो को न फैलाये बल्कि उनकी कुहनियां बदन के साथ लगी रहे इस में हिकमत यह हैं की ऐसा करने से उनके जिस्म पर बहुत अच्छा असर पड़ता हैं।
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